एनवीडिया ने गुरुवार 19 सितंबर को अमेरिकी चिप निर्माता इंटेल में 5 अरब डॉलर (लगभग 41,750 करोड़ रुपये) का निवेश करने का ऐलान किया है. इस डील से एनविडिया को इंटेल में 4% हिस्सेदारी मिलेगी और दोनों कंपनियां मिलकर पीसी और डाटा सेंटर चिप्स बनाएंगी.
इस कदम से न सिर्फ इंटेल को नई एनर्जी मिलेगी, बल्कि एआई चिप मार्केट की तस्वीर भी बदल सकती है.
एनवीडिया की एंट्री से इंटेल को मिलेगा फायदा कुछ हफ्ते पहले ही अमेरिकी सरकार ने इंटेल में 10% हिस्सेदारी खरीदकर कंपनी को बचाव पैकेज दिया था. अब एनविडिया के 5 अरब डॉलर निवेश से इंटेल की स्थिति और मजबूत हुई है. इस खबर के बाद इंटेल का शेयर 23% तक चढ़ा, जबकि एनविडिया का स्टॉक भी 3.8% बढ़ा.
एनवीडिया-इंटेल के साथ आने से क्या होगा फायदा? एनवीडिया-इंटेल अब साथ मिलकर पीसी और डाटा सेंटर चिप्स बनाएंगे. इसके अलावा दोनों टेक दिग्गज अब पीसी और डाटा सेंटर के लिए नए प्रोसेसर पर काम करेंगे. इंटेल अपने सीपीयू और एडवांस पैकेजिंग मुहैया कराएगा, जबकि एनविडिया अपने एआई चिप्स से पावर देगा. दोनों कंपनियां ऐसी टेक्नोलॉजी ला सकती हैं जिससे सीपीयू और जीपीयू के बीच फास्ट कनेक्टिविटी होगी.
डील की शर्तें और हिस्सेदारी एनविडिया ने इंटेल के नए जारी शेयरों को 23.28 डॉलर प्रति शेयर की दर से खरीदा है. यह कीमत बुधवार को बंद हुए इंटेल के 24.90 डॉलर प्रति शेयर से कम है, लेकिन अमेरिकी सरकार द्वारा अदा की गई 20.47 डॉलर प्रति शेयर की कीमत से ज्यादा है. इस डील के बाद एनविडिया इंटेल की टॉप शेयरहोल्डर्स में शामिल हो गई है.
AMD और TSMC की बढ़ेंगी मुश्किलें एक्सपर्ट का मानना है कि यह डील AMD और TSMC के लिए चुनौती खड़ी कर सकती है. AMD लंबे समय से डेस्कटॉप और लैपटॉप मार्केट में हिस्सेदारी बढ़ा रहा है, जबकि TSMC एनविडिया के फ्लैगशिप प्रोसेसर बनाता है. यदि एनविडिया और इंटेल की साझेदारी सफल रही तो TSMC को आने वाले समय में बड़ा नुकसान हो सकता है.