केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह इन दिनों बिहार दौरे पर हैं और इस दौरान वह बीजेपी के संगठन की अहम बैठकें लेंगे. 71 वर्षीय बीजेपी के चाणक्य कहे जाने वाले अमित शाह का मुख्य उद्देश्य आगामी विधानसभा चुनाव के लिए पार्टी कार्यकर्ताओं में जोश भरना और मजबूत रणनीति तैयार करना है.
बीजेपी के लिए यह चुनावी युद्ध जीतने के लिए ‘पंचतंत्र’ जैसी रणनीति तैयार की गई है , जिसका उद्देश्य हर क्षेत्र में पार्टी को मजबूत करना है.
2400 नेताओं से करेंगे बातचीत अमित शाह का बिहार दौरा खासा महत्वपूर्ण है क्योंकि वह यहां बीजेपी के कार्यकर्ताओं से सीधी बात करेंगे और चुनाव की रणनीति को अंतिम रूप देंगे. वह आज डेहरी और बेगूसराय में पार्टी कार्यकर्ताओं के साथ बैठक करेंगे. इस दौरान अमित शाह पार्टी के वरिष्ठ नेताओं से चुनावी स्थिति पर फीडबैक भी लेंगे और संभावित प्रत्याशियों पर चर्चा करेंगे. अनुमान है कि इस दौरान वह लगभग 2400 नेताओं से बातचीत करेंगे.
बीजेपी का ‘घर-घर संपर्क अभियान’ इसके अलावा , बीजेपी बिहार में ‘घर-घर संपर्क अभियान’ भी शुरू करने जा रही है , जिसमें बूथ स्तर के कार्यकर्ता आम लोगों से संपर्क करेंगे और उन्हें सरकार द्वारा चलाई जा रही योजनाओं की जानकारी देंगे. यह कैंपेन 18 से 24 सितंबर तक चलेगा और इस दौरान कार्यकर्ता लोगों तक सरकारी योजनाओं के लाभ को पहुंचाएंगे.
नए ‘ग्राउंड प्लान’ के साथ चुनावी रणनीति अमित शाह का बिहार दौरा न केवल चुनावी रणनीति को मजबूत करने के लिए है , बल्कि वह स्थानीय कार्यकर्ताओं के मनोबल को भी बढ़ाएंगे. इस दौरान वह बीजेपी के 20 जिलों के नेताओं से मुलाकात करेंगे और चुनावी मैदान में बीजेपी की स्थिति को मजबूत करने के लिए ‘ग्राउंड प्लान’ तैयार करेंगे.
बीजेपी के लिए इस बार का चुनाव बेहद महत्वपूर्ण है , क्योंकि वह एनडीए के अन्य सहयोगी दलों के साथ समन्वय बनाकर चुनाव में उतरने की योजना बना रही है. अमित शाह का यह दौरा बिहार में पार्टी के संगठन को मजबूती देने और चुनावी रणनीति को तैयार करने का अहम कदम साबित होगा.