अबूझमाड़ में गूंजी गोलियां! नक्सलियों के खिलाफ सुरक्षा बलों की बड़ी जंग…
छत्तीसगढ़ के दंतेवाड़ा और नारायणपुर जिले की सीमा पर अबूझमाड़ के घने जंगलों में डीआरजी और माओवादियों के बीच कई घंटों तक मुठभेड़ हुई। इस ऑपरेशन में नक्सलियों को बड़ा झटका लगा है.
छत्तीसगढ़ के दंतेवाड़ा और नारायणपुर जिले की सीमा पर अबूझमाड़ के घने जंगलों में सुरक्षा बलों और माओवादियों के बीच जोरदार मुठभेड़ हुई.
यह मुठभेड़ पूर्वी बस्तर डिवीजन के नक्सलियों के साथ हुई, जिसमें दंतेवाड़ा और नारायणपुर की डिस्ट्रिक्ट रिजर्व गार्ड (डीआरजी) की संयुक्त टीम शामिल थी. मुठभेड़ की पुष्टि दंतेवाड़ा के पुलिस अधीक्षक (एसपी) गौरव राय और अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक ने की है.
पुलिस को सूचना मिली थी कि अबूझमाड़ के जंगलों में नक्सलियों का बड़ा जमावड़ा है. इस जानकारी के आधार पर दंतेवाड़ा और नारायणपुर की डीआरजी टीमें सर्च ऑपरेशन के लिए रवाना हुईं. जैसे ही सुरक्षा बल जंगल में पहुंचे, नक्सलियों ने उन पर गोलीबारी शुरू कर दी. जवानों ने भी तुरंत जवाबी कार्रवाई की और दोनों ओर से रुक-रुक कर फायरिंग हुई. मुठभेड़ इतनी तीव्र थी कि यह कई घंटों तक चली. इस दौरान एक से अधिक नक्सलियों के मारे जाने की खबर है, और एक नक्सली का शव बरामद होने की सूचना है, हालांकि अभी तक इसकी आधिकारिक पुष्टि नहीं हुई है.
मुठभेड़ खत्म होने के बाद सुरक्षा बलों ने जंगल में सर्चिंग शुरू की. दंतेवाड़ा, नारायणपुर और बीजापुर के सरहदी क्षेत्रों में सर्च ऑपरेशन जारी है ताकि यह सुनिश्चित किया जा सके कि कोई नक्सली छिपा न हो.
पुलिस का कहना है कि इस क्षेत्र में नक्सलियों की मौजूदगी की लगातार सूचनाएं मिल रही थीं, जिसके आधार पर यह ऑपरेशन चलाया गया. दंतेवाड़ा के एसपी गौरव राय ने बताया कि मुठभेड़ में सभी जवान सुरक्षित हैं. सुरक्षा बलों का यह ऑपरेशन नक्सलियों के खिलाफ चल रहे अभियान का हिस्सा है, जो अबूझमाड़ जैसे सुदूर और घने जंगलों में नक्सली गतिविधियों को रोकने के लिए चलाया जा रहा है.
इस मुठभेड़ को नक्सलियों के खिलाफ एक बड़ी कार्रवाई माना जा रहा है.
हालांकि, अभी मुठभेड़ पूरी तरह खत्म नहीं हुई है और जंगल में सर्चिंग जारी है. पुलिस और सुरक्षा बल इस क्षेत्र में और सतर्कता बरत रहे हैं ताकि नक्सली गतिविधियों पर पूरी तरह से अंकुश लगाया जा सके. यह कार्रवाई नक्सल प्रभावित क्षेत्रों में सुरक्षा बलों की सक्रियता को दर्शाती है.