मध्य प्रदेश (Madhya Pradesh) के मंडला से गुजरने वाला नेशनल हाईवे 30 एक बार फिर सवालों के घेरे में है. यह वही सड़क है, जिसका निर्माण कार्य साल 2014 – 15 से शुरू हुआ था. लेकिन, यह सड़क बनते ही इतनी खस्ता हाल हो गई कि इसके लिए कुछ साल पहले केंद्रीय सड़क एवं परिवहन मंत्री नितिन गडकरी को सार्वजनिक तौर पर माफी मांगनी पड़ी थी. तब इस सड़क की हालत इतनी खराब थी कि यह देश भर में चर्चा का विषय बन गई थी. इस हाईवे को सुधारने के लिए हाल ही में 53 करोड़ रुपये की लागत से मेंटेनेंस का काम किया गया था.
डामरीकरण फिर हुई खराब
मेंटेनेंस के नाम पर सड़क पर डामरीकरण का काम हुआ, जिससे उम्मीद थी कि यह रास्ता अब सुगम हो जाएगा. लेकिन, आज हालात फिर वही हैं. सड़क पर जगह-जगह इतने बड़े-बड़े गड्ढे हो गए हैं कि छोटी गाड़ियां तो क्या, भारी वाहनों का भी चलना मुश्किल हो गया है. बता दें कि यह हाईवे कोई साधारण रास्ता नहीं है, बल्कि यह मध्य प्रदेश को छत्तीसगढ़ से जोड़ने वाला एक महत्वपूर्ण मार्ग है और यही हाईवे जबलपुर से कान्हा नेशनल पार्क तक जाता है. इस हाईवे की खराब हालत से आम जनता को भारी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है.
कलेक्टर ने की जांच की बात
वही इस मामले को लेकर जिले के अपर कलेक्टर ने जांच के आदेश दे दिए हैं और एमपीआरडीसी को काम करने के निर्देश दे दिए हैं. बता दें कि जिस सड़क की मरम्मत 53 करोड़ रुपये से की गई थी, उसकी हालत फिर से खराब हो गई और जगह-जगह गड्डे बन गए हैं.