जापान में ओसाका की खाड़ी में दो कृत्रिम द्वीपों पर बना कंसाई अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डा (KIX) कभी इंजीनियरिंग का चमत्कार माना जाता था. लेकिन अब यह डूब रहा है. जापान हवाई अड्डे को और नुकसान से बचाने के लिए तत्काल कार्रवाई कर रहा है. हवाई अड्डे में लगातार धंसाव की समस्या आ रही है तथा यह ओसाका खाड़ी में डूब रहा है. द स्ट्रेट्स टाइम्स की रिपोर्ट के मुताबिक द्वीप की सतह 3.84 मीटर नीचे धंस गई है. जिससे लंबे वक्त तक हवाई अड्डे की स्थिरता और तूफान प्रतिरोध क्षमता पर सवाल उठ खड़े हुए हैं. इतना ही नहीं, 1980 में निर्माण शुरू होने के बाद से यह परियोजना लगभग 13.6 मीटर नीचे धंस चुकी है.
1994 में जब हवाई अड्डे का उद्घाटन हुआ था, तब इसे आधुनिक भूमि सुधार तकनीकों का उपयोग करके नरम समुद्री मिट्टी पर तैरने के लिए डिजाइन किया गया था. हालांकि, प्रारंभिक धंसाव अनुमान से अधिक था और संचालन के पहले 8 साल में लगभग 12 मीटर तक गिरावट आई. हवाई अड्डे की नरम मिट्टी की नींव उसका भारी वजन सहन नहीं कर पा रही है. समुद्र का बढ़ता दबाव और प्राकृतिक शक्तियां धीरे-धीरे इस इंजीनियरिंग के चमत्कार को गहराई की ओर खींच रही हैं. जिससे भविष्य में इसके अस्तित्व पर ही खतरा मंडरा रहा है.
दस साल से अधिक समय तक कोई सामान न खोने का शानदार रिकार्ड बनाए रखने वाले इस हवाई अड्डे को 2024 में सामान प्रबंधन के लिए दुनिया का सर्वश्रेष्ठ हवाई अड्डा घोषित किया गया. इस जापानी हवाई अड्डे की शुरुआत में पास के ओसाका हवाई अड्डे पर भीड़भाड़ कम करने के उद्देश्य से एक बढ़िया समाधान के रूप में तारीफ की गई थी. तब से कंसाई अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डे (KIX) पर घरेलू और अंतर्राष्ट्रीय दोनों तरह की यात्राओं का विस्तार हुआ है. ये एक महत्वपूर्ण विमानन केंद्र के रूप में विकसित हुआ है.
KIX को अपने कर्मचारियों, दक्षता और वास्तुशिल्प डिजाइन के लिए अंतरराष्ट्रीय स्तर पर भी मान्यता मिली है. 2024 में लगभग 3.06 करोड़ यात्रियों ने इसके टर्मिनलों से होकर 25 देशों के 91 शहरों की यात्रा की. 2018 में आए जेबी तूफान ने विनाशकारी बाढ़ लाकर डूब की समस्या से निपटने के महत्व को उजागर किया था. इसने हवाई अड्डे की कमजोरी को और भी साफ कर दिया था. तूफान के कारण आई बाढ़ के कारण इसे अस्थायी रूप से बंद कर दिया गया था.