छत्तीसगढ़ विधानसभा चुनाव के पहले चरण के लिए वोटिंग जारी है. पहले दौर की 20 विधानसभा सीटों पर 223 उम्मीदवार मैदान में हैं, जिनकी किस्मत का फैसला 40 लाख 78 हजार 681 मतदाता करेंगे.
पहले फेज में बघेल सरकार के तीन मंत्री और कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष की साख दांव पर है तो पूर्व मुख्यमंत्री और बीजेपी के दिग्गज नेता डॉ. रमन सिंह सहित विपक्ष के कई दिग्गज नेताओं की अग्निपरीक्षा होनी है.
इन सीटों पर कहीं दिग्गज नेताओं की प्रतिष्ठा दांव पर है तो कहीं कांटे की टक्कर मानी जा रही है.
छत्तीसगढ़ के पहले चरण में कांग्रेस और बीजेपी ही नहीं बल्कि दोनों ही पार्टी के दिग्गज नेताओं की भी अग्निपरीक्षा होगी.
पूर्व सीएम और बीजेपी के दिग्गज नेता डॉ. रमन सिंह राजनांदगांव सीट से मैदान में उतरे हैं. यह सीट रमन सिंह की परंपरागत सीट मानी जाती है. साल 2008 से लगातार वो जीत दर्ज कर रहे हैं.
इसके अलावा बीजेपी के दिग्गज नेताओं में नारायणपुर सीट पर पूर्व मंत्री केदार कश्यप, कोंडागांव सीट पर पूर्व मंत्री लता उसेंडी, बीजापुर सीट पर पूर्व मंत्री महेश गागड़ा और भानुप्रतापपुर सीट पर पूर्व मंत्री विक्रम उसेंडी की साख दांव पर है.
पहले चरण में कांग्रेस के मुस्लिम चेहरा और बघेल सरकार में मंत्री मोहम्मद अकबर का असल इम्तेहान होना है. कवर्धा सीट से एक बार फिर से अकबर उतरे हैं, जबकि 2018 से पहले इस सीट पर बीजेपी का कब्जा है.
चित्रकोट सीट पर कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष और सांसद दीपक बैज की साख दांव पर लगी है. कांग्रेस ने उन्हें विधानसभा चुनाव मैदान में उतारा है.
इसके अलावा कोंडागांव से मंत्री मोहन मरकाम, कोंटा सीट पर मंत्री कवासी लखमा की साख दांव पर है. इस तरह से पहले चरण में बघेल सरकार के तीन मंत्रियों और प्रदेश अध्यक्ष की साख दांव पर लगी है.
कवर्धा सीट: कवर्धा विधानसभा सीट पर सभी की निगाहें लगी हुई हैं. इस हाई प्रोफाइल सीट पर भूपेश बघेल सरकार में मंत्री और कांग्रेस के एकलौते मुस्लिम विधायक मोहम्मद अकबर चुनावी मैदान में हैं. मोहम्मद अकबर के खिलाफ बीजेपी से विजय शर्मा ताल ठोक रहे हैं.
चित्रकोट सीट: पहले चरण की हाई प्रोफाइल सीटों में चित्रकोटा सीट भी शामिल हैं, जहां से कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष और सांसद दीपक बैज चुनावी मैदान में हैं. दीपक बैज पहले भी विधायक रह चुके हैं और अब फिर एक बार चुनाव में उतरे हैं, जिनके खिलाफ बीजेपी से विनायक गोयल ने ताल ठोंक रखी है.
कोंडागांव सीट: पहले फेज की वीआईपी सीटों में कोंडागांव सीट भी शामिल है, जहां से कांग्रेस के आदिवासी चेहरे और बघेल सरकार में मंत्री मोहनलाल मरकाम मैदान में हैं. मरकाम के खिलाफ बीजेपी से पूर्व मंत्री लता उसेंडी मैदान में हैं. इस तरह से आदिवासी बहुल सीट पर मरकाम का टेस्ट होना है.
कोंटा सीट: पहले चरण की हाई प्रोफाइल सीटों में से एक कोंटा सीट है. कोंटा सीट से कांग्रेस के दिग्गज नेता और भूपेश बघेल सरकार के मंत्री कवासी लखमा मैदान में हैं, जिनके खिलाफ बीजेपी से सोयम मुका चुनाव लड़ रहे हैं. साल 1998 से लगातार 24 सालों से यहां पर कांग्रेस पार्टी का कब्जा है.
राजनांदगांव: छत्तीसगढ़ की राजनांदगांव विधानसभा सीट से पूर्व मुख्यमंत्री डॉ रमन सिंह ने एक बार फिर से ताल ठोंक रखी है. राजनांदगांव सीट से रमन सिंह हैट्रिक लगा चुके हैं और चौथी बार जीत दर्ज करने के लिए मैदान में उतरे हैं. रमन सिंह के खिलाफ कांग्रेस के दिग्गज नेता गिरीश देवांगन मैदान में हैं.
नारायणपुर सीट: पहले चरण में बीजेपी के दिग्गज नेता और पूर्व मंत्री केदार कश्यप की किस्मत दांव पर है. केदार कश्यप नारायणपुर सीट से चुनावी मैदान में एक बार फिर से उतरे हैं, जिनके खिलाफ कांग्रेस ने भी अपने तेज तर्रार नेता चंदन कश्यप को उतार रखा है.
बीजापुर सीट: छत्तीसगढ़ के पहले चरण की हाई प्रोफाइल सीटों में जिस सीट पर सभी की निगाहें लगी है, उसमें बीजापुर सीट है. बीजेपी के दिग्गज नेता और पूर्व मंत्री महेश गागड़ा मैदान में हैं. गागड़ा के खिलाफ कांग्रेस से विक्रम मंडावी मैदान में हैं. इसके अलावा बसपा से अजय कुड़ियम और जेसीसीजे से रामधर जुर्री के उतरने से मुकाबला रोचक माना जा रहा है.
भानुप्रतापपुर सीट: पहले चरण की भानुप्रतापपुर सीट पर मुकाबला कांटे का माना जा रहा है. दस सालों से यहां पर कांग्रेस का कब्जा है, जहां से बीजेपी ने इस बार पूर्व मंत्री विक्रम उसेंडी को उतारा है. कांग्रेस ने पूर्व विधायक और दंबग नेता मनोज मंडावी की पत्नि सावित्री मंडावी को एक बार फिर से उतारा है. मौजूदा समय में सावित्री विधायक हैं, लेकिन उन्हें बीजेपी के विक्रम उसेंडी से कांटे की टक्कर मिल रही है.