Chhattisgarh Politics : देश में विपक्षी पार्टियों का एक महागठबंधन इंडिया (I.N.D.I.A) बना है जो बीजेपी के नेतृत्व वाली एनडीए गठबंधन के खिलाफ लोकसभा चुनाव लड़ने की बात कर रहा है. चुनाव में एक साल से भी कम वक्त बचा है.
नक्सल प्रभावित छत्तीसगढ़ (Chhattisgarh) में फिलहाल कांग्रेस की सरकार है जो कि I.N.D.I.A का हिस्सा है वहीं सबसे बड़ी विपक्षी पार्टी बीजेपी है. यहां लोकसभा की 11 सीटें हैं. अगर इस वक्त लोकसभा चुनाव कराए गए तो फैसला किसके पक्ष में जाएगा?
छत्तीसगढ़ में बीजेपी ही बड़ी पार्टी बनकर उभरेगी, हालांकि 2019 के लोकसभा चुनाव के मुकाबले उसे यहां नुकसान होता भी दिख रहा है. यहां की 11 में से सात सीट बीजेपी जीत सकती है जबकि कांग्रेस के खाते में चार सीटें जाएंगी. वोट शेयर के लिहाज से बीजेपी और कांग्रेस में ज्यादा अंतर नहीं है. बीजेपी को जहां 46 प्रतिशत तो कांग्रेस 43 प्रतिशत वोट मिल सकते हैं. अन्य दलों के खाते में 11 प्रतिशत वोट जाएंगे.
2019 में कौन बनी थी बड़ी पार्टी?
2019 के लोकसभा चुनाव में बीजेपी ने 9 सीटों पर जीत दर्ज की थी जबकि दो पर कांग्रेस के उम्मीदवार जीते थे. बीजेपी को तब 51.44 फीसदी वोट मिले थे और 41.50 फीसदी वोट कांग्रेस के खाते में गए थे. बता दें कि छत्तीसगढ़ में सभी 11 सीटों पर मुख्य मुकाबला बीजेपी और कांग्रेस के ही बीच में है.
विधानसभा में कैसा रहा है प्रदर्शन?
चुनाव की बात हो रही है तो बीते विधानसभा चुनाव के आंकड़े भी देख लेते हैं. छत्तीसगढ़ में विधानसभा की 90 सीटें हैं. इनमें से 68 पर कांग्रेस ने जीत दर्ज की थी जबकि बीजेपी को 15 सीटों पर संतोष करना पड़ा था और रमन सिंह को कुर्सी गंवानी पड़ी थी. पिछले चुनाव मायावती की पार्टी बीएसपी ने भी दो सीटें और अजित जोगी की जनता कांग्रेस छत्तीसगढ़ ने पांच सीटों पर जीत हासिल की थी.
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