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कैंप, डोर-टू-डोर कैंपेन: जानें कैसे गुरुग्राम ने 100% कोविड टीकाकरण का लक्ष्‍य किया हासिल.

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कोरोना (Corona) के ओमिक्रॉन वेरिएंट (Omicron Variant) के बढ़ रहे खतरे के बीच गुरुग्राम (Gurugram) हरियाणा (Haryana) का पहला जिला बन गया है, जिसने अपने यहां की सभी पात्र आबादी को कोविड-19 रोधी टीके (Anti-Covid-19 Vaccines) की दोनों खुराक दे दी है. जिला स्‍वास्‍थ्‍य विभाग के अधिकारियों ने कहा कि गुरुग्राम की कुल 18,03,655 पात्र आबादी के लिए 41,28,596 वैक्‍सीन डोज खरीदी गई थी. इसमें से 23,19,720 लोगों को वैक्‍सीन की पहली डोज (128.6% का कवरेज, जिसमें बाहर से आए लोग भी शामिल हैं) दी जा चुकी है जबकि 18,08,876 लोगों (100.3%) को वैक्‍सीन की दूसरी डोज भी दी जा चुकी है.

जिला स्वास्थ्य विभाग के आंकड़ों के अनुसार 20 दिसंबर तक कुल 88,815 स्वास्थ्य कर्मियों और 95,416 फ्रंटलाइन कर्मियों का टीकाकरण किया जा चुका है. विभाग ने बताया कि 18-44 वर्ष आयु वर्ग में, कुल 28,54,294 डोज (16,40,210 पहली और 12,14,084 दूसरी) दी जा चुकी है. 45-59 वर्ष की आयु के लोगों के लिए, 6,90,642 खुराकें दी गई हैं जबकि 60 वर्ष से अधिक आयु के लोगों को कुल 3,99,429 खुराक दी जा चुकी है.
गुरुग्राम के मुख्य चिकित्सा अधिकारी वीरेंद्र यादव ने कहा, गुरुग्राम राज्य का पहला जिला है, जिसने सभी पात्र आबादी का 100 प्रतिशत टीकाकरण हासिल किया है. जिले की ये उपलब्धि मील का पत्‍थर साबित होगी. उन्‍होंने कहा कि टीकाकरण अभियान आगे भी जारी रहेगा, खासकर उन लोगों के लिए जिन्‍हें अभी भी दूसरी खुराक दी जानी है. यादव ने गुरुग्राम की इस उपलब्धि का श्रेय स्वास्थ्य विभाग द्वारा किए गए अभियानों को दिया है. इसमें मॉल में टीकाकरण अभियान, मेगा टीकाकरण अभियान और वरिष्ठ नागरिकों, ट्रांसजेंडर व्यक्तियों, विशेष रूप से विकलांग लोगों, ऑटोरिक्शा चालकों और विधवाओं के लिए विशेष अभियान की शुरुआत करना है.
स्वास्थ्य अधिकारियों ने बताया कि गुरुग्राम में सबसे पहले मई 2021 में टीकाकरण अभियान की शुरुआत की गई थी. 3 नवंबर को जिले में डोर-टू-डोर टीकाकरण अभियान की शुरुआत की गई. इस अभियान के तहत स्वास्थ्य कार्यकर्ताओं ने 6,97,672 घरों का दौरा किया और 2,53,357 लोगों को टीका लगाया. प्रत्येक माह की 9 तारीख को गर्भवती महिलाओं के लिए विशेष सत्र आयोजित किए गए, जिसमें 8,431 महिलाओं को टीका लगाया गया. अधिकारियों ने बताया कि औद्योगिक क्षेत्रों में उन श्रमिकों के लिए शिविर लगाए गए थे जो दूर टीकाकरण के लिए नहीं जा सकती थीं.

स्वास्थ्य अधिकारियों ने बताया, 16 जनवरी को टीकाकरण शुरू होने के बाद से विभाग इस लक्ष्य को हासिल करने के लिए युद्ध स्तर पर काम कर रहा था. हमने सोसाइटी, वर्कप्लेस, आरडब्ल्यूए, एनजीओ के साथ बात की और मॉल, मार्केटप्लेस, इंडस्ट्रियल एरिया, धार्मिक स्थलों सहित अन्य जगहों पर टीकाकरण कैंप लगाए. एक अन्य प्रमुख पहलू गर्भवती महिलाओं के लिए हर महीने की 9 तारीख को टीकाकरण शिविर लगाना था. इन सभी पहलों ने 11 महीनों में इस उपलब्धि को हासिल करने में हमारी मदद की.