उत्तर भारत से आ रही सर्द हवाएं लोगों को कंपकंपा रही हैं. इन हवाओं ने मौसम में ऐसी ठंडक घोल दी है कि मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल में दिन का तापमान 1.9 डिग्री लुढ़ककर 26.9 डिग्री पहुंच गया है. यहां सोमवार का दिन सीजन का अभी तक का सबसे सर्द दिन रहा. मौसम विभाग ने पूर्व मध्य प्रदेश-पश्चिमी मध्य प्रदेश में मावठा गिरने की संभावना जताई है.
मौसम विभाग ने कहा है कि प्रदेश में 1 से 3 दिसंबर तक बादल छाने, मावठे गिरने और धुंध छाने की संभावना है. दरअसल, बंगाल की खाड़ी और अरब सागर में कम दबाव का क्षेत्र बन गया है. इसकी वजह से ही मौसम का मिजाज बदलेगा. इस बीच वेस्टर्न डिस्टरबेंस भी मध्य प्रदेश पहुंच रहा है. इन सिस्टम के कारण पश्चिमी मध्यप्रदेश यानी ब्यावरा, अलीराजपुर, उज्जैन, झाबुआ, राजगढ़, गंजबासौदा, बारासिवनी, इंदौर, शाजापुर, देवास, धार, रतलाम, सीहोर में एक दिसंबर, जबकि, जबलपुर, मंडला, बालाघाट और पूर्वी मध्य प्रदेश के ग्वालियर-चंबल संभाग के शिवपुरी, गुना, दतिया, अशोकनगर, भिंड, मुरैना में 2 दिसंबर से बादल छाने और बारिश होने की संभावना है.
सिस्टम के सक्रिय होने से बढ़ेगी सर्दी
मौसम विभाग का कहना है कि अरब सागर में साइक्लोनिक सरकुलेशन बन चुका है. इससे पूर्व मध्य अरब सागर होती हुई एक द्रोणिका लाइन भी गुजर रही है. दूसरी तरफ, अरब सागर में महाराष्ट्र तट के पास और बंगाल की खाड़ी में दो अलग-अलग लो प्रेशर एरिया बन रहे हैं. बंगाल की खाड़ी में बन रहे कम दबाव के क्षेत्र के साइक्लोन में बदलने की संभावना भी है. सिस्टम के सक्रिय होने से पूर्वी और पश्चिमी मध्य प्रदेश में मावठा गिरने की संभावना है. तो वहीं, उत्तर भारत से आ रही सर्द हवाओं से तापमान में गिरावट हो रही है.
प्रदेश भर में सबसे सर्द पचमढ़ी
प्रदेश में पचमढ़ी सबसे सर्द रहा. पचमढ़ी में न्यूनतम तापमान 7.2 डिग्री रिकॉर्ड हुआ. उमरिया में न्यूनतम तापमान 8.4 डिग्री, मंडला में 8.8 डिग्री, ग्वालियर में 9.6 डिग्री, रायसेन में 9 डिग्री, बैतूल में 10.5 डिग्री, छिंदवाड़ा में 10 डिग्री, नौगांव में 10.1 डिग्री, रीवा में 10.4 डिग्री, गुना में 11.7 डिग्री, खरगोन में 11.6 डिग्री, शिवपुर-श्योपुर-शाजापुर में 11.5 डिग्री, जबलपुर में 11 डिग्री, 11.4 में डिग्री, सीधी में 11.2 डिग्री, टीकमगढ़ में 11.4 डिग्री, सागर में 12.5 डिग्री, धार में 12.1 डिग्री तापमान रिकॉर्ड हुआ.