बिलासपुर। साल 2020 में शहर से लेकर गांव तक शुद्ध पेयजल की आपूर्ति के लिए बड़ा प्रयास हुआ है, जो आने वाले दिनों में पेयजल की उपलब्धता के लिए मजबूत बुनियाद बन कर तैयार है। शहर में एक अरब सात करोड़ की बड़ी योजना से पेयजल आपूर्ति की शुरुआत हो गई है। भविष्य में पेयजल की बेहतर उपलब्धता के लिए शहरवासियों ने वर्ष भर परेशानियां भी झेली है। पाइप लाइन विस्तार के लिए शहर के प्रमुख मार्गों के साथ हर गली-गलियारे की दुर्गति हुई पर नागरिक इसलिए शांत रहे क्योंकि उन्हें भी पता है पेयजल विस्तार के लिए किए जाने वाला यह काम आने वाले दिनों में उनके लिए बेहतर पेयजल उपलब्ध कराने मार्ग प्रशस्त कर रहा है।
उधर पहली बार ग्रामीण क्षेत्र में राजमाता देवेंद्र कुमारी सिंहदेव जल जीवन मिशन के तहत हर पारा, टोला, मजरा में शुद्ध पेयजल की व्यवस्था कराने की नींव रखी जा चुकी है। इस कार्य में सरगुजा जिला सबसे आगे चल रहा है। पूरे जिले में संक्रमण काल के दौरान गांव-गांव में सर्वे कराकर कार्य योजना बनाई गई।
पंचायत एवं ग्रामीण विकास मंत्री टीएस सिंहदेव की पहल पर नजरी नक्शा तैयार किया गया। हर पारा, टोला तक पानी पहुंचाने की योजना तैयार कर ली गई है। आने वाला साल ग्रामीण क्षेत्र में पेयजल आपूर्ति के लिए नई सुबह लेकर आएगी।
इसके अलावा सरगुजा जिले में राजमाता देवेंद्र कुमारी सिंह देवल पेयजल योजना के तहत अलग से 100 से अधिक तीन हजार लीटर से 10 हजार लीटर क्षमता की लगाई गई है। रनिंग वाटर सिस्टम से चलने वाली इस व्यवस्था का लाभ अब अंबिकापुर शहर के आसपास के पंचायत क्षेत्रों में मिलने लगा है और भौगोलिक दृष्टिकोण से परेशानी वाले पंचायतों में पानी टंकी लगाकर रनिंग वाटर मिलने लगा है। आजादी के बाद पहली बार लोगों को घर-घर पानी की सुविधा मिल पाई है।
संक्रमण के बावजूद शहर में जारी रहा काम
अंबिकापुर शहर में एक अरब सात करोड़ की बड़ी राशि से चल रहे मिशन अमृत का काम कोरोना संक्रमण के दौरान और तेजी से हुआ और इस मिशन के तहत 85 फीसद काम शहर में पूरा हो चुका है। यह संक्रमण का वह समय था जब सब तरफ काम बंद था पर लाकडाउन के कारण अंबिकापुर शहर में देवीगंज मार्ग से अंबेडकर चौक तक लगभग तीन किलोमीटर राइजिंग पाइप लाइन का विस्तार भी आसानी से हुआ।
पेयजल आपूर्ति के लिए लाकडाउन फायदेमंद साबित हुआ। शहर में जून माह में जब लाकडाउन की स्थिति थी तब घर-घर पानी पहुंचाना एक चुनौती थी पर इसी दौरान 12 किलोमीटर दूर घुनघुट्टा जलाशय से अंबिकापुर शहर में पानी लाने का बड़ा काम शुरू हुआ। पंचायत मंत्री ने जून माह में घुनघुट्टा से शहर में पानी लाने पेयजल आपूर्ति की शुरुआत की थी।
90 लाख लीटर मिलने लगा पानी
घुनघुट्टा जलाशय से लगभग 90 लाख लीटर पानी प्रतिदिन शहर में जून 2020 से पहुंच रहा है। अमृत मिशन के तहत शहर में चारों दिशाओं में चार पानी टंकियां बनाई गई हैं जिसमें महामाया पहाड़ी पर निर्मित बड़ी पानी टंकी से शहर के एक बड़े क्षेत्र में पानी की सप्लाई शुरू हो गई है।
कई इलाके ऐसे थे जहां पर जल संकट का सामना करना पड़ता था, वहां अब निर्बाध रूप से 24 घंटे पानी उपलब्ध हो रहा है। इसी दौरान माखन विहार, केनाबांध की पानी टंकी बनकर तैयार हो चुकी है। 15 दिन के बाद इन पानी टंकियों से लोगों को पेयजल आपूर्ति मिलने की शुरुआत हो जाएगी। गांधी नगर पानी टंकी से पखवाड़े भर बाद शहरवासियों को लाभ मिलना शुरू हो जाएगा।
बिछा दिया 165 किमी पाइप लाइन
शहर में 12 किलोमीटर राइजिंग पाइप लाइन के साथ 198 किलोमीटर वितरण पाइप लाइन बिछाने का काम कंपनी को करना था। काम ढाई वर्षो से चल रहा है पर कोरोना संक्रमण के दौरान जब शहर में लाकडाउन था तब तेजी से काम हुआ और अब तक 165 किलोमीटर पाइप लाइन बिछाने का काम पूरा हो चुका है। कई इलाकों में पाइप लाइन बिछाने के बाद वाटर मीटर भी लगा दिए गए हैं और पानी की सप्लाई भी शुरू हो गई है।
चारों टंकी से मिलेगा डेढ़ करोड़ लीटर प्रतिदिन पानी
यह वर्ष भले ही संक्रमण का रहा हो, परेशानियों का रहा हो पर शहर में पेयजल आपूर्ति की दृष्टिकोण से काफी सकारात्मक था। शहर में एक पानी टंकी के शुरू होने से ही 90 लाख लीटर अतिरिक्त पानी पहुंचने लगा वही अब चारों पानी टंकियों से सप्लाई शुरू होने के बाद प्रतिदिन घुनघुट्टा से डेढ़ करोड़ लीटर पानी शहर में दोनों वक्त मिल पाएगा। आगामी कई वर्षों के लिए पेयजल की समस्या शहर में लगभग दूर हो जाएगी
विपरीत परिस्थिति में हुआ यह काम
लाकडाउन के दौरान जब चारों तरफ काम बंद था तब शहर में पेयजल आपूर्ति के लिए निर्बाध रूप से काम चल रहा था। शहर के महामाया चौक से अंबेडकर चौक तक राइजिंग पाइप लाइन बिछाना बड़ी चुनौती थी किंतु लाकडाउन ने ऐसा साथ दिया कि कुछ दिनों में ही शहर के बाजार बंद रहने से तीन किलोमीटर राइजिंग पाइप लाइन बिछा दिए जाने से माखन बिहार, गांधीनगर इलाके तक घुनघुट्टा से पानी पहुंचना आसान हो गया है। इसके अलावा कतकालो का फिल्टर प्लांट भी इसी दौरान चालू हुआ। जलाशय का इंटकवेल भी काम करना इसी दौरान शुरू किया।
स्वास्थ्य व आंबा केंद्रों में भी पेयजल व्यवस्था
यह वर्ष ग्रामीण क्षेत्र में पेयजल व्यवस्था के लिए काफी महत्वपूर्ण माना जा रहा है, क्योंकि जनवरी माह से अब तक हुए कामों में प्राथमिकता से जिले के दूरस्थ ग्रामीण अंचलों में स्थित उप स्वास्थ्य केंद्र, प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र व आंगनबाड़ी केंद्रों में पेयजल की व्यवस्था को प्राथमिकता दी गई थी। अधिकांश स्वास्थ्य केंद्रों और आंगनबाड़ी केंद्रों में हैंड पंप के अलावा सोलर सिस्टम से पेयजल की व्यवस्था कराई गई है।
हैंडपंप मरम्मत के लिए दो मोबाइल यूनिट वाहन उपलब्ध
सरगुजा जिले में हैंडपंप खराब होने के बाद लोगों की सूचना के बाद भी लंबे समय तक उसकी मरम्मत नहीं हो पाती थी। इसको देखते हुए इस वर्ष जिला खनिज न्यास से जनप्रतिनिधियों की पहल पर हैंडपंप मरम्मत हेतु दो मोबाइल यूनिट वाहन की खरीदी हुई है। इसकी उपलब्धता के बाद ग्रामीण क्षेत्र में अब सूचना मिलते ही हैंडपंप मरम्मत के लिए टीम पहुंच रही है और लोगों की समस्या का समाधान भी आसानी से हो गया है।
ग्रुप वाटर स्कीम की हुई शुरुआत
सरगुजा जिले में 15 ग्रुप वाटर स्कीम की योजना भी तैयार कर ली गई है। इसकी शुरुआत भी होने जा रही है। इससे पेयजल की बड़ी समस्या अधिकांश गांव में दूर हो जाएगी। वाटर स्कीम के जरिए कई गांव में पेयजल की आपूर्ति को लेकर योजना बनाई गई है जिससे गांव में शुद्ध पेयजल की उपलब्धता सुनिश्चित हो जाएगी।
उपलब्धियां-2020
- घुनघुट्टा जलाशय से 90 लाख लीटर पानी की शहर में आपूर्ति।
- ग्रामीण क्षेत्र में राजमाता जल जीवन योजना से 100 पानी टंकियों की स्थापना।
- हैंडपंप की मरम्मत के लिए डीएमएफ से दो मोबाइल वाहन यूनिट की उपलब्धता।
- जिले के 571 गांव में 1130.94 करोड़ के कार्य का अनुमोदन।
- जल जीवन मिशन के लिए प्रथम किश्त सात सौ करोड़ की स्वीकृत।
- पहाड़ी क्षेत्रों में भी पानी की उपलब्धता के लिए छोटी छोटी इकाइयां स्थापित।
उम्मीदें-2021
- अंबिकापुर शहर में मिशन अमृत का काम होगा पूरा।
- घुनघुट्टा जलाशय से डेढ़ करोड़ लीटर पानी मिलेगा रोजाना।
- ग्रामीण इलाकों में हैंडपंपों की निर्भरता होगी खत्म।
- सरगुजा के 571 गांव में जल जीवन मिशन से शुद्ध पेयजल की उपलब्धता।
- ग्रुप वाटर स्किम से चयनित ग्रामों को मिलेगा लाभ।
- अंबिकापुर शहर में तकिया फिल्टर प्लांट की व्यस्था दुरुस्त होने से 75 लाख लीटर पानी की आपूर्ति।
- जल जीवन मिशन के अनुमोदित कार्य
- रैक्ट्रो फिटिंग योजना- 76 ग्रामों के लिए 36 हजार 130 परिवारों के लिए 129 करोड 85 लाख रुपये।
- एकल ग्राम योजना- 274 ग्रामों के लिए 380 करोड़ 12 लाख रुपये।
- बहुग्राम योजना- 221 ग्रामों के लिए 283 करोड़ 13 लाख रुपये।
अंबिकापुर शहर में पेयजल आपूर्ति की व्यवस्था घुनघुट्टा से शुरू हो गई है। पहले चरण में ही शहर के एक बड़े क्षेत्र को इसका लाभ मिला है। आने वाले दिनों में पूरे शहर में घुनघुट्टा जलाशय का पानी उपलब्ध होगा। इसी के साथ ग्रामीण इलाके में भी पेयजल की छोटी छोटी इकाई स्थापित की गई हैं जिससे ग्रामीणों को शुद्ध पेयजल उपलब्ध हो रहा है।