राजनांदगांव: वनांचल वासियों ने मोहला विकासखण्ड के ग्राम मार्री में शासकीय महाविद्यालय एवं पोष्ट मेट्रिक छात्रावास प्रारंभ करने की जोर-शोर से मांग, अंचल के जनप्रतिनिधियों, समाज प्रमुखों सहित सभी वर्ग के लोगों ने वनांचल के विकास के लिए दोनों मांगों को शीघ्र पूरा करने की विनम्र अपील की..
नवगठित मोहला-मानपुर-अंबागढ़ चैकी जिले के मोहला विकासखण्ड के पश्चिमी सीमा तथा सुदूर वनांचल के केन्द्र में स्थित अंचल के प्रमुख ग्राम मार्री में शासकीय महाविद्यालय एवं पोष्ट मेट्रिक बालक एवं कन्या छात्रावास प्रारंभ करने की मांग जोर-शोर से उठने लगी है। सुदूर वनांचल के वासियों ने अंचल के विकास के लिए जिले के पश्चिमी सीमा को महाराष्ट्र राज्य से जोड़ने वाली अंचल के केन्द्र में स्थित ग्राम मार्री में शासकीय महाविद्यालय एवं पोष्ट मेट्रिक छात्रावास के निर्माण को अत्यंत आवश्यक बताया है। उन्होंने कहा कि अंचल में शासकीय महाविद्यालय अंबागढ़ चैकी एवं शासकीय महाविद्यालय मोहला के अलावा इस क्षेत्र में और महाविद्यालय नही होेने से मोहला-मानपुर जिले के मोहला विकासखण्ड के पश्चिमी सीमा में ग्राम उरवाही, भोजटोला, मड़ियानवाड़वी, मार्री, वासड़ी, पाटन क्षेत्र के साथ-साथ मोहला विकासखण्ड के सीमा से लगे अंबागढ़-चैकी विकासखण्ड के देववाड़वी, नेतामटोला, अरजकुण्ड आदि ग्रामों के विद्यार्थियों को महाविद्यालयीन शिक्षा प्राप्त करने में अत्यंत कठिनाई होती है। उल्लेखनीय है कि ग्राम मार्री मोहला-मानपुर-अंबागढ़ चैकी जिले एवं मोहला विकासखण्ड के पश्चिमी क्षेत्र के केन्द्र में स्थित एक प्रमुख ग्राम है। यहाँ पर वर्तमान में हायर सेकण्डरी स्कूल एवं प्री मेट्रिक बालक एवं बालिका छात्रावास संचालित है। ग्राम मार्री में महाविद्यालय संचालित होेने से मार्री अंचल के अलावा जिले के महाराष्ट्र सीमा में स्थित सुदूर वनांचल के ग्राम पाटनखास, भुरकुंडी, वासड़ी, ईहोड़ा, छुरिया डोंगरी जैसे राज्य व जिला के अंतिम छोर में स्थित गांव के विद्यार्थियों के लिए उच्च शिक्षा प्राप्त करने का द्वार खुल जाएगा। इसके अलावा मोहला विकासखण्ड के सीमा से सटे ग्राम देववाड़वी, पर्रेमेटा, अरजकुंड, नेतामटोला, पटेली, नीचेकोहड़ा जैसे आदिवासी गांवों के विद्यार्थियों का भी उच्च शिक्षा प्राप्त करने का सपना साकार हो सकेगा। अंचल के जनप्रतिनिधियों एवं समाज सेवकों ने कहा कि अंचल के केन्द्र में स्थित ग्राम मार्री में शासकीय महाविद्यालय के स्थापना के साथ-साथ बच्चों को अनुकूल आवासीय सुविधा सुनिश्चित कराने हेतु पोष्ट मेट्रिक बालक एवं बालिका छात्रावास की स्थापना किया जाना अत्यंत आवश्यक है। जिससे समाज के कमजोर वर्ग के विद्यार्थी छात्रावास में निवास करते हुए निश्चिंत होकर अपने विद्या अध्ययन को जारी रख सकते हैं। अंचल के लोगों ने ग्राम मार्री में शासकीय महाविद्यालय और छात्रावास की प्रासंगिकता को अत्यंत आवश्यक बताते हुए कहा कि अंचल में महाविद्यालय एवं छात्रावास नही होेने से दूरी एवं आर्थिक कठिनाईयों की वजह से कई विद्यार्थी उच्च शिक्षा प्राप्त करने से वंचित हो रहे हैं। उन्होंने कहा कि अंचल में महाविद्यालय एवं छात्रावास के अभाव का अधिक प्रभाव बालिका शिक्षा पर पड़ रहा है। अंचल वासियों ने कहा कि यदि ग्राम मार्री में महाविद्यालय एवं छात्रावास प्रारंभ हो जाता है तो प्रत्येक पालक अपने बालकों के साथ-साथ बालिकाओं को भी महाविद्यालय में प्रवेश दिलाकर उनके उच्च शिक्षा के सपने को साकार करने में अपनी भागीदारी निभा सकेंगे।
जनपद पंचायत मोहला की अध्यक्ष एवं ग्राम मुरेर निवासी श्रीमती गैंदकुंवर ठाकुर ने ग्राम मार्री में शासकीय महाविद्यालय एवं पोष्ट मेट्रिक छात्रावास की स्थापना को अत्यंत आवश्यक बताया है। उन्होंने ने कहा कि ग्राम मार्री में शासकीय महाविद्यालय में एवं पोष्ट मेट्रिक छात्रावास प्रारंभ हो जाने से अंचल के विद्यार्थियों के लिए शिक्षा का द्वार खुल जाएगा। गोण्डवाना समाज के अधिकारी-कर्मचारी प्रकोष्ठ के संभागीय संरक्षक एवं ग्राम मुरेर निवासी श्री चंद्रेश ठाकुर ने कहा कि ग्राम मार्री में शासकीय महाविद्यालय एवं पोष्ट मेट्रिक बालक एवं बालिका छात्रावास की स्थापना अंचल के विकास के लिए मील का पत्थर साबित होगा। उन्होंने कहा कि शिक्षा किसी भी व्यक्ति, राष्ट्र एवं अंचल के विकास का सबसे बड़ा माध्यम होता है। उन्होंने कहा कि ग्राम मार्री में महाविद्यालय एवं छात्रावास के निर्माण होने से ग्राम मार्री के अलावा मोहला विकासखण्ड के महाराष्ट्र सीमा पर स्थित अनेक आदिवासी बहुल ग्रामों के बच्चों का उच्च शिक्षा प्राप्त करने का सपना साकार होगा। इसी तरह ग्राम पंचायत मार्री की सरपंच श्रीमती प्रेमलता मार्शल ने भी ग्राम मार्री में शासकीय महाविद्यालय एवं छात्रावास की स्थापना को अंचल के विकास के लिए अत्यंत आवश्यक बताया है। इसके अलावा अनुसूचित जनजाति शासकीय सेवक संघ के जिला अध्यक्ष श्री अरविंद गोटे, जिला पटवारी सिंह के जिला अध्यक्ष श्री लखन सोरी, ग्राम ईहोड़ा निवासी एवं समाज प्रमुख श्री लाल साय पोरेटी, श्री लालजी पोरेटी, शिक्षक श्री महेश पोरेटी, श्री सुरेश पटोडी, ग्राम पाटन निवासी श्री तिजउराम, ग्राम वासड़ी निवासी श्री मुन्ना गोटे सहित ग्राम मुरेर निवासी श्री थानुराम, श्री लतखोर सिंह, श्री छेरपुराम सहित ग्राम मार्री निवासी श्री बिहारीलाल पटेल, श्री तिजुराम साहू सहित शिक्षक श्री मियनलाल मार्शल, श्री गणपत साहू, श्री किशन परतेती, श्री संतलाल धलेन्द्र, श्री विमल बढ़ाई, श्री जयचंद पटेल, श्री गुलाब गावरे आदि के अलावा अंचल के लोगों ने वनांचल के विकास के लिए ग्राम मार्री में शासकीय महाविद्यालय एवं छात्रावास की स्थापना को अत्यंत आवश्यक बताते हुए मुख्यमंत्री श्री विष्णुदेव साय, सांसद श्री संतोष पाण्डेय सहित शासन-प्रशासन के जिम्मेदार लोगों से दोनों मांगों को शीघ्र पूरा करने की मांग की है।



