छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय अपने दस दिवसीय जापान और दक्षिण कोरिया प्रवास के बाद देर रात नई दिल्ली लौट आए हैं।
छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय अपने दस दिवसीय जापान और दक्षिण कोरिया प्रवास के बाद देर रात नई दिल्ली लौट आए हैं। कल दोपहर वे रायपुर पहुंचेंगे। इस विदेश यात्रा को केवल एक औपचारिक कूटनीतिक दौरा नहीं माना जा रहा है, बल्कि इसे राज्य के भविष्य की दिशा तय करने वाला महत्वपूर्ण कदम माना जा रहा है।
सूत्रों के अनुसार, इस दौरे के दौरान मुख्यमंत्री ने जापान और दक्षिण कोरिया के प्रमुख निवेशकों और उद्योगपतियों से संवाद किया। उन्होंने छत्तीसगढ़ को एक उभरते हुए निवेश गंतव्य के रूप में पेश किया और राज्य में उद्योग, व्यापार और रोजगार के अवसरों के बारे में जानकारी साझा की। राज्य सरकार की नीति और निवेश संवर्द्धन योजनाओं को विशेष रूप से उद्योग जगत के सामने रखा गया।
मुख्यमंत्री ने इस दौरान छत्तीसगढ़ की समृद्ध खनिज संपदा, उभरता हुआ औद्योगिक ढांचा और तकनीकी नवाचारों को भी उजागर किया। उन्होंने बताया कि राज्य में औद्योगिक और तकनीकी निवेश के लिए पूरी तरह से अनुकूल वातावरण उपलब्ध है और निवेशकों को सभी आवश्यक सुविधाएं एवं समर्थन दिया जाएगा।
इस विदेश दौरे का उद्देश्य केवल निवेश आकर्षित करना ही नहीं था, बल्कि छत्तीसगढ़ और इन देशों के बीच तकनीकी सहयोग, शिक्षा और सांस्कृतिक आदान-प्रदान को भी बढ़ावा देना था। मुख्यमंत्री ने विशेष रूप से ऊर्जा, सौर और नवीकरणीय ऊर्जा क्षेत्रों में साझेदारी के अवसरों पर जोर दिया।
राज्य सरकार के अधिकारियों के अनुसार, इस यात्रा के दौरान कई निवेश प्रस्तावों पर सकारात्मक चर्चा हुई है। आने वाले महीनों में जापान और दक्षिण कोरिया के निवेशक छत्तीसगढ़ में संभावित परियोजनाओं के लिए विस्तृत सर्वेक्षण और मूल्यांकन करेंगे। इससे राज्य में रोजगार के अवसर बढ़ने के साथ-साथ आर्थिक गतिविधियों को भी नई दिशा मिलेगी।
विशेषज्ञों का कहना है कि यह दौरा छत्तीसगढ़ के लिए रणनीतिक रूप से महत्वपूर्ण है। अंतरराष्ट्रीय निवेशकों के साथ स्थापित संबंध राज्य में औद्योगिक विकास, विदेशी तकनीकी हस्तक्षेप और रोजगार सृजन के लिए लाभकारी होंगे। इसके साथ ही यह राज्य की छवि को अंतरराष्ट्रीय स्तर पर भी मजबूती प्रदान करेगा।
स्थानीय उद्योगपतियों और व्यापारिक संगठनों ने भी इस दौरे का स्वागत किया है। उनका कहना है कि मुख्यमंत्री का यह प्रयास राज्य में निवेशकों के विश्वास को मजबूत करेगा और छत्तीसगढ़ को भारत के निवेश हब के रूप में स्थापित करने में मदद करेगा।
मुख्यमंत्री की यह विदेश यात्रा राज्य के आर्थिक और औद्योगिक परिदृश्य में बदलाव की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम मानी जा रही है। आने वाले समय में निवेश प्रस्तावों के क्रियान्वयन से छत्तीसगढ़ की विकास गति में तेजी आने की उम्मीद जताई जा रही है।
राज्य सरकार की ओर से यह भी स्पष्ट किया गया है कि निवेशकों के साथ सहयोग और संवाद निरंतर जारी रहेगा, जिससे छत्तीसगढ़ को स्थायी और सतत विकास की राह पर अग्रसर किया जा सके।