देश कांग्रेस अध्यक्ष दीपक बैज ने कहा कि हम भी बस्तर में शांति चाहते है, लेकिन बस्तर के आदिवासियों के जान माल से समझौता नहीं करेंगे।
इंद्रावती नदी बचाओ संघर्ष समिति की मांगों को समर्थन देते हुए छत्तीसगढ़ प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष दीपक बैज के नेतृत्व में बस्तर के किसानों ने प्राणदायिनी इंद्रावती नदी को बचाने तीन दिनी पदयात्रा की थी। इसके समापन पर बुधवार को कलेक्ट्रेट कार्यालय का घेराव किया गया। शहर के मुख्य मार्ग से गुजरकर कांग्रेसी व किसान कलेक्टोरेट पहुंचे जहां भारी संख्या में तैनात पुलिस के जवानों ने उन्हें रोक दिया।
कांग्रेसियों की पुलिस के साथ झड़प
कांग्रेसियों के साथ पुलिस का जमकर झूमाझटकी की। प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष दीपक बैज ने कहा कि छत्तीसगढ़ में डबल इंजन की सरकार और ओडिशा में भी भाजपा की सरकार है, तब भी यहां के लोगो को इंद्रावती का पानी क्यों नहीं मिल रहा है? सरकार इस मामले में बिल्कुल गंभीर नहीं है। छत्तीसगढ़ और उड़ीसा जल समझौते के अनुसार दोनों राज्यों को 50-50 प्रतिशत पानी मिलना चाहिये, लेकिन साय सरकार के निकमेपन के चलते उड़ीसा को 80 प्रतिशत और छत्तीसगढ़ को 20 प्रतिशत पानी मिल रहा है।
बड़ी संख्या में कार्यकर्ता हुए शामिल
क्या 20 प्रतिशत पानी बस्तर के लिये पर्याप्त है? इसलिये इंद्रावती नदी को बचाने के लिये हम बड़ी लड़ाई लड़ेंगे, इन्हीं मुद्दों को लेकर हम पदयात्रा के रूप में सड़क की लड़ाई लड़ रहे हैं। जब हमारी सरकार थी तो हमने प्रस्वात रखा था की बैराज बने, इस मामले में डबल इंजन की सरकार कोई ध्यान नहीं दे रही है। अगर सरकार बैराज बनाती है। इस दौरान पूर्व विधायक जगदलपुर रेखचंद जैन, कांग्रेस जिलाध्यक्ष सुशील मौर्य सहित अन्य कांग्रेसी नेता और बड़ी संख्या में कार्यकर्ता शामिल हुए।
बस्तर के संसाधन पूंजीपति को सौंपने की तैयारी
CG News: प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष दीपक बैज ने कहा कि हम भी बस्तर में शांति चाहते है, लेकिन बस्तर के आदिवासियों के जान माल से समझौता नहीं करेंगे। क्या नक्सलियों के आड़ में आदिवासियों के जल, जंगल, जमीन और संसाधन को छीनने की साजिश तो नही हो रही? हम शुरू से शंका करते रहे है और यह सब इस सरकार में हुआ भी है।