मनेन्द्रगढ़: थर्ड जेंडर के रूप में पहचाने जाने वाले लोगों का एक विशेष वर्ग होता है, थर्ड जेंडर कहा जाता है। यह परंपरा भारत और कई दक्षिण एशियाई देशों में देखी जाती है, जहां थर्ड जेंडर (किन्नर समुदाय) के लोग शादी, बच्चे के जन्म, गृह प्रवेश और अन्य शुभ अवसरों पर नाचने-गाने और आशीर्वाद देने के लिए जाते हैं।
इसके बदले में वे लोगों से दक्षिणा (धन) और उपहार प्राप्त करते हैं। इसके अलावा उन्हें ट्रेनों में भी देखा जाता है। लेकिन किन्नर समुदाय के लोग विधानसभा और नगरीय निकाय के बाद अब पंचायत चुनाव में सफलता प्राप्त कर रहे है।
हाल ही में छतीसगढ़ में हुए त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव के दूसरे चरण में सोनू सिंह उरांव उर्फ सोनू दीदी जो किन्नर है। चनवारीडाँड़ पँचायत से सरपंच निर्वाचित हुई है। ऐसा माना जा रहा है कि सोनू दीदी सरपंच का चुनाव जीतकर देश की पहली किन्नर सरपंच बन गई है। जीतने के बाद सोनू किन्नर अपने समर्थकों के साथ मन्दिर पहुचीं और पूजा अर्चना की।
मनेन्द्रगढ़ चिरमिरी भरतपुर जिले के जिला मुख्यालय मनेन्द्रगढ़ से यह पंचायत लगी हुई है जो शहरी क्षेत्र जैसी ही है। यहां पांच प्रत्याशी सरपंच के लिए चुनाव मैदान में थे। जिसमें दो पूर्व सरपंच भी खड़ी थी। लेकिन सबको हराकर सोनू किन्नर सरपंच बनी। इसके पहले वह 2013 में मनेन्द्रगढ़ विधानसभा का चुनाव भी लड़ चुकी है साथ ही पिछले पंचायत चुनाव में भी इसी पंचायत से सरपंच का चुनाव लड़ चुकी है। लेकिन दोनों चुनाव में सफलता नही मिली थी।
आखिरकार सोनू ने हिम्मत नहीं हारी और एक बार फिर सरपंच का चुनाव लड़ा और जीत मिली। अपनी जीत का श्रेय वह गांव के मतदाताओं को देती है। उनका कहना है कि जो भी वायदे उन्होंने किये है सब प्राथमिकता से पूरे होंगे और समस्याएं दूर होंगी।