छत्तीसगढ़ के सीएम विष्णु देव साय ने वित्त वर्ष 2024-25 का बजट पेश होने के बाद मीडिया को संबोधित किया उन्होंने बजट के हाइलाइट्स रखे और साथ ही कहा कि…
”पीएम मोदी जिस तरह कहते हैं कि हमारा देश दुनिया की तीसरी बड़ी अर्थव्यवस्था बनेगा, तो उसमें छत्तीसगढ़ की भी भूमिका होगी.” सीएम साय ने किसानों, महिलाओं और युवाओं को लेकर बजट में किए गए प्रावधान की जानकारी दी और दावा किया कि इस बजट में छत्तीसगढ़ के चहुंमुखी विकास की परिकल्पना है.
सीएम साय ने कहा, ”तेंदूपत्ता को हरा सोना भी कहते हैं, पहले 4000 रुपये प्रति मानक बोरा मिलता था जो 5500 रुपये किया गया है और बजट में बोनस का भी प्रावधान किया है. गरीब लोग जूते-चप्पल तक नहीं खरीद सकते. तेंदूपत्ता तोड़ने के लिए जंगल जाना होता है. उनके पैर में कांटे चुभते हैं. इसलिए चरणपादुका योजना शुरू करने वाले हैं.” सीएम साय ने आगे कहा, ”बस्तर और सरगुजा ट्राइबल क्षेत्र है और उसी क्षेत्र में तेंदुपत्ता भी आता है. इस बजट में दोनों क्षेत्रों के लिए विशेष प्रावधान किया गया है. यह भी गरीबों के लिए है. आज जो भूमिहीन और मजदूर हैं. ऐसे लोगों को साल में 10 हजार रुपये का सहयोग दिया जाएगा.”
युवाओं और किसानों के लिए यह व्यवस्था
बजट में युवाओं के लिए क्या है? इस पर सीएम साय ने कहा, ”यूथ के लिए भी इस बजट में बहुत प्रावधान है. पिछली सरकार में पीएससी के माध्यम से उनके भविष्य के साथ खिलवाड़ हुआ था. उसकी जांच सीबीआई से करवा रहे हैं औऱ उनके रोजगार की व्यवस्था कर रहे हैं. उनकी नौकरी की व्यवस्था कर रहे हैं.” किसानों को लेकर सीएम ने कहा, ”छत्तीसगढ़ धान का कटोरा है. अधिकांश लोग खेती पर निर्भर हैं. किसानों से 2100 रुपये प्रति क्विटंल धान खरीदेंगे. सिंचाई के लिए पर्याप्त पैसा रखा गया है. किसानों पर भी ध्यान दिया गया है.”
महिलाओं के लिए बजट में प्रावधान
सीएम साय ने कहा कि नारी सशक्तिकरण के लिए बजट में अनेकों प्रावधान हैं जिसमें मुख्य रूप से पीएम मोदी की गांरटी के रूप में विवाहित महिलाओं को महतारी बंधन योजना के तहत हर वर्ष 12 हजार रुपया देंगे. उसका प्रावधान किया गया है. मुख्य रूप से चार बातें इसमें फोकस हैं. हमने एक भी क्षेत्र नहीं छोड़ा है. इस बजट में छत्तीसगढ़ के चहुंमुखी विकास की परिकल्पना है.