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छत्तीसगढ़, राजस्थान और मध्य प्रदेश न राज्यों में भारतीय जनता पार्टी की बंपर जीत के बाद पार्टी के समर्थक उत्साहित…

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तीन राज्यों में भारतीय जनता पार्टी की बंपर जीत के बाद पार्टी के समर्थक उत्साहित हैं. छत्तीसगढ़, राजस्थान और मध्य प्रदेश जहां 2018 के चुनाव में जीत हासिल कर कांग्रेस ने 2019 चुनाव से पहले वापसी के संकेत दिए थे, पार्टी के पास इस बार कम से कम खुद को दिखाने के लिए वह भी नहीं है.

तेलंगाना में कांग्रेस की जीत के बाद अब उस के पास कर्नाटक, हिमाचल प्रदेश समेत 3 राज्य रह गए हैं.

कांग्रेस पार्टी इन तीनों राज्यों के अलावा बिहार, झारखंड और तमिलनाडु में क्षेत्रीय दलों के अगुवाई में चल रही गठबंधन की हिस्सेदार है. हालांकि तमिलनाडु में पार्टी महज डीएमके की गठबंधन सहयोगी है, वह सरकार में शामिल नहीं है. कुल मिलाकर कांग्रेस और उसके सहयोगियों की अब 6 राज्यों में सरकार है.

BJP की अब 12 राज्यों में सरकार

भारतीय जनता पार्टी की अगर बात करें तो वह अब तीन राज्यों में जीत के बाद कुल 12 राज्यों की सत्ता पर काबिज होने को तैयार है. देश के 28 राज्यों में से उत्तर प्रदेश, उत्तराखंड, मध्य प्रदेश, छत्तीसगढ़, राजस्थान, हरियाणा, गुजरात, गोवा, असम, अरूणाचल प्रदेश, त्रिपुरा, मणिपुर समेत 12 राज्य अब से भारतीय जनता पार्टी के हिस्से आएंगे. इसके अलावा बीजेपी 4 राज्यों – महाराष्ट्र, मेघालय, नागालैंड और सिक्किम में पहले ही से गठबंधन सरकार चला रही है. इस तरह कुल 16 राज्यों में या तो बीजेपी की सरकार है या फिर वह गठबंधन सरकार का हिस्सा है.

BJP, कांग्रेस के पीछे-पीछे AAP

भारतीय जनता पार्टी, कांग्रेस और उनके सहयोगियों के अलावा दो राज्यों में आम आदमी पार्टी की सरकार है. अरविंद केजरीवाल की अगुवाई वाली आप दिल्ली और पंजाब में सरकार चला रही है. वहीं, क्षेत्रीय दलों की अगर बात करें तो पश्चिम बंगाल में ममता बनर्जी की तृणमूल कांग्रेस, ओडिशा में नवीन पटनायक की अगुवाई वाली बीजू जनता दल, आंध्र प्रदेश में जगन मोहन रेड्डी की YSRCP की सरकार है. मिजोरम में चुनाव परिणाम अभी अंतिम आए नहीं हैं लेकिन यह सूबा भी रीजनल पार्टी ही के खाते में जाता दिख रहा है.

देश में अब विधानसभा चुनाव 2024 में आम चुनाव के साथ और उसके बाद होंगे. सिक्किम, अरूणाचल प्रदेश, आंध्र प्रदेश के अलावा ओडिशा में अगले साल इलेक्शन होंगे. जम्मू कश्मीर में भी विधानसभा चुनाव पेंडिंग है. कुछ सांसद भी हालिया विधानसभा चुनाव में विधायक बन गए है लेकिन उनकी संसदीय सीटों पर फिलहाल कोई उपचुनाव नहीं होगा.