Rain Alert: छत्तीसगढ़ में पिछले 10 दिन से अच्छी बारिश(Rain) हो रही है. 15 दिन पहले की स्थिति अब 8 जिले ऐसे है जहां कम बारिश है बाकी जिलों में अच्छी बारिश रिकॉर्ड की गई है.
छत्तीसगढ़ में पिछले तीन दिन से रुक रुक कर लगातार बारिश हो रही है. इसका असर नदी नालों में जल स्तर बढ़ने के साथ दिखाई दे रहा है. इसके अलावा मौसम विभाग ने छत्तीसगढ़ में आज भी भारी बारिश के लिए येलो अलर्ट जारी किया है.
छत्तीसगढ़ के इन जिलों के लिए मौसम विभाग का येलो अलर्ट
छत्तीसगढ़ की राजधानी रायपुर में शनिवार रात से बारिश हो रही है. अब रायपुर मौसम विभाग ने फिर से भारी बारिश के लिए येलो अलर्ट जारी किया है. इसमें गौरेला पेंड्रा मरवाही,बिलासपुर,मुंगेली,बेमेतरा,कबीरधाम और राजनांदगांव और इन जिलों से लगे हुए जिलों में भारी बारिश की चेतावनी जारी की गई है.
रायपुर मौसम विभाग के विज्ञानी एचपी चंद्रा ने कहा कि एक द्रोणिका उत्तर-पश्चिम मध्य प्रदेश से पश्चिम असम तक 0.9 किलोमीटर से 1.5 किलोमीटर ऊंचाई तक विस्तारित है इसके कारण प्रदेश में आज अनेक स्थानों पर हल्की से मध्यम बारिश होने और गरज-चमक के साथ छींटे पड़ने की संभावना है.प्रदेश में एक दो स्थानों पर गरज- चमक के साथ वज्रपात होने और भारी वर्षा होने की भी संभावना है.
लगातार बारिश से सूखे की स्थिति में सुधार हुए
आपको बता दें कि छत्तीसगढ़ में अगस्त में मानसून की बेरुखी की भरपाई सितंबर महीने के आखिरी सप्ताह में हो रही है. पूरे छत्तीसगढ़ में पिछले 3 दिनों से बारिश हो रही है. इसके चलते राज्य के 15 जिलों में बारिश के आंकड़े ठीक हो गए. इन 15 जिलों में सामान्य बारिश हुई है, 4 जिलों में सामान्य से अधिक बारिश है. लेकिन 8 जिले ऐसे है जहां अभी बारिश की कमी है. ये जिले उत्तर छत्तीसगढ़ और दक्षिण छत्तीसगढ़ के हिस्से में है. इस सीजन मध्य छत्तीसगढ़ में झमाझम बारिश हो रही है.
सबसे ज्यादा और सबसे कम बारिश कहां हुई?
छत्तीसगढ़ में सबसे ज्यादा बारिश बलौदाबाजार,बीजापुर,मुंगेली और रायपुर जिले में हो रही है.लेकिन दंतेवाड़ा,जशपुर, कोंडागांव,कोरबा,कोरिया, नारायणपुर,सुरपुर और सरगुजा जिले में कम बारिश हो रही है.पूरे प्रदेश में सबसे ज्यादा बारिश मुंगेली जिले में रिकॉर्ड की गई है और सबसे कम सरगुजा जिले में किया गया है. रायपुर मौसम विभाग के आंकड़ों के अनुसार छत्तीसगढ़ में अबतक 1112.8 एमएम बारिश होने थी लेकिन 1020 एमएम बारिश हुई है. इसके कारण अभी भी छत्तीसगढ़ 8 फ़ीसदी पीछे है. हालाकि ये संभव है की आने वाले समय में इसकी पूर्ति हो सकती है.