ADR Report On Regional Party: एसोसिएशन फॉर डेमोक्रेटिक रिफॉर्म्स (एडीआर) की एक रिपोर्ट के अनुसार बतौर क्षेत्रीय दल आम आदमी पार्टी ने 2619 चंदों से 38.243 करोड़ रुपये मिलने की घोषणा की है.
ये आंकड़ा वित्त वर्ष 2021-22 का है जब आम आदमी पार्टी क्षेत्रीय राजनीतिक दल हुआ करती थी. इलेक्शन कमीशन ऑफ इंडिया ने 10 अप्रैल 2023 को आम आदमी पार्टी को नेशनल पार्टी का दर्जा दे दिया. एडीआर की रिपोर्ट में कहा गया है कि आम आदमी पार्टी को 20,000 रुपये से अधिक के कुल दान का लगभग 4.78 प्रतिशत या 1.828 करोड़ रुपये विदेश से प्राप्त हुआ था.
- सबसे ज्यादा चंदा टीआरएस को मिला है. 14 चंदों से 40.90 करोड़ रुपये मिले हैं.
- जदयू को 33.257 करोड़ रुपये मिले जो सभी क्षेत्रीय दलों में तीसरी सबसे अधिक है.
- सपा और वाईएसआर कांग्रेस ने 29.795 करोड़ रुपये और 20.01 करोड़ रुपये मिलने की घोषिणा की.
- क्षेत्रीय दलों को मिले कुल चंदे का करीब 85.46 फीसदी यानी 162.21 करोड़ रुपये केवल शीर्ष पांच क्षेत्रीय दलों को मिला.
- एडीआर ने 54 क्षेत्रीय दलों में से 33 का विश्लेषण किया.
- केवल 19 ने निर्धारित समय अवधि में चुनाव आयोग को अपनी रिपोर्ट जमा कराई थी. चौदह अन्य क्षेत्रीय दलों ने अपनी प्रस्तुति में न्यूनतम दो दिन से लेकर 109 दिन तक की देरी की है.
- वित्त वर्ष 2021-22 के दौरान क्षेत्रीय दलों द्वारा घोषित कुल 189.801 करोड़ रुपये के नकद चंदे में से 21 दान से 7.4 लाख रुपये नकद प्राप्त हुए.
- यह पार्टियों को मिले कुल चंदे का 0.039 फीसदी है.
- आईयूएमएल द्वारा नकद में अधिकतम दान घोषित किया गया, जिसने कुल 5.55 लाख रुपये एकत्र किए, उसके बाद केसी-एम ने एक लाख रुपये, पीडीएफ ने 80,000 रुपये, पीपीए ने 5,000 रुपये और आप ने 120 रुपये एकत्र किए.
- सभी राज्यों में तमिलनाडु के लोगों ने सबसे अधिक 5.55 लाख रुपये नकद चंदा दिया. इसके बाद अरुणाचल प्रदेश के लोगों ने कुल 5,000 रुपये का नकद चंदा दिया.
- कुल 1.80 लाख रुपये के नकद दान में पते का उल्लेख नहीं था. वित्त वर्ष 2021-22 में दो क्षेत्रीय पार्टियों (केसी-एम और पीडीएफ) को ऐसा चंदा मिला है.
- वित्त वर्ष 2021-22 के दौरान क्षेत्रीय दलों को कॉपोर्रेट या व्यावसायिक क्षेत्रों से 136.04 करोड़ रुपये के 377 चंदे मिले, जबकि 4693 लोगों ने निजी तौर पर पार्टियों को 50.436 करोड़ रुपये का चंदा दिया.