लोकसभा निर्वाचन 2019 के तहत जिले में एक दिव्यांग मतदान केंद्र स्थापित किया गया है। वहीं पाँच संगवारी मतदान केंद्र तथा पाँच आदर्श मतदान केंद्र बनाये गये हैं। जिले के दन्तेवाड़ा तहसील अंतर्गत मतदान केंद्र क्रमांक 104 दन्तेवाड़ा-8 शासकीय प्राथमिक शाला पातररास को दिव्यांग मतदान केंद्र बनाया गया है। इस मतदान केंद्र में मतदान दल के सभी सदस्य दिव्यांग हैं। मतदान दल के इन सभी सदस्यों को पृथक से निर्वाचन कार्य सम्बन्धी प्रशिक्षण प्रदान किया गया है। भारत निर्वाचन आयोग द्वारा दिव्यांग मतदान केंद्र स्थापना का उद्देश्य मतदान में दिव्यांग और बुजुर्ग मतदाताओं सहित सभी मतदाताओं की सहभागिता सुनिश्चित करना है। जिले में पाँच संगवारी मतदान केंद्र भी बनाये गये हैं। जिसके तहत ग्रामीण इलाके में तीन तथा शहरी क्षेत्र में दो मतदान केंद्र बनाये गये हैं। उक्त संगवारी मतदान केंद्रों पर मतदान दल के सभी सदस्य और सुरक्षा कर्मचारी महिलाएं हैं। जिले के अंतर्गत मतदान केंद्र क्रमांक 82 चितालंका-1 प्राथमिक शाला भवन चितालंका, मतदान केंद्र क्रमांक 97 दन्तेवाड़ा-1 शासकीय कन्या उच्चतर माध्यमिक विद्यालय दन्तेवाड़ा कक्ष क्रमांक-1, मतदान केंद्र क्रमांक 61 गीदम-4 पूर्व माध्यमिक शाला बोरपदर गीदम, मतदान केंद्र क्रमांक 227 पाढ़ापुर शासकीय प्राथमिक शाला पाढ़ापुर तथा मतदान केंद्र क्रमांक 228 कोड़ेनार-1 शासकीय उच्चतर माध्यमिक विद्यालय पूर्वी भाग कोड़ेनार को संगवारी मतदान केंद्र बनाया गया है। जिले के हरेक तहसील में एक-एक आदर्श मतदान केंद्र स्थापित किये गये हैं। जिसके तहत मतदान केंद्र क्रमांक 155 पोन्दुम-2 शासकीय उच्चतर माध्यमिक विद्यालय कक्ष क्रमांक 3 पोन्दुम, मतदान केंद्र क्रमांक 63 गीदम 6 शासकीय कन्या माध्यमिक शाला गीदम, मतदान केंद्र क्रमांक 220 श्यामगिरी शासकीय पूर्व माध्यमिक शाला श्यामगिरी, मतदान केंद्र क्रमांक 167 कटेकल्याण 1 कन्या प्राथमिक शाला बाजारपारा कक्ष क्रमांक 1 कटेकल्याण और मतदान केंद्र क्रमांक 230 किरन्दुल 1 बीआईओपी सीनियर सेकेंडरी स्कूल उत्तरी भाग किरन्दुल को आदर्श मतदान केंद्र बनाया गया है। इन सभी आदर्श मतदान केंद्रों में पेयजल, बिजली, रैम्प सहित अन्य सभी मूलभूत सुविधाएं उपलब्ध है। महिलाओं और पुरुषों के लिये पृथक-पृथक शौचालय सुविधा के अलावा दिव्यांग मतदाताओं के लिये व्हीलचेयर की व्यवस्था भी सुलभ करायी गयी है। इसके साथ ही हरेक आदर्श मतदान केंद्र में एक प्रवेश द्वार तथा एक निकास द्वार है। वहीं गर्मी के मद्देनजर छाया की सुविधा भी सुनिश्चित किये जाने के निर्देश दिये गये हैं।